पेट की सभी बीमारियों का इलाज, 100% राहत पाने के लिए जाने





पेट के अलग-अलग हिस्सों में दर्द होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे:-


ऊपरी पेट में दर्द गैस्ट्र्रिटिस, यकृत की विफलता, पित्त पथरी के कारण होता है।


पेट के निचले हिस्से में दर्द एपेंडिसाइटिस, मूत्राशय की पथरी या संक्रमण के कारण हो सकता है।


महिलाओं में पेट के निचले हिस्से में दर्द के कई कारण हो सकते हैं, जैसे गर्भाशय में किसी प्रकार का दोष, फाइब्रॉएड, एंडोमेट्रियोसिस, मासिक धर्म या कोई अन्य बीमारी।


पेट के एक तरफ दर्द गुर्दे की पथरी या किसी अन्य गुर्दे की बीमारी के कारण हो सकता है।


अजवायन में औषधीय गुण होते हैं। अजवाइन का सेवन करने से आप अपने पेट दर्द से छुटकारा पा सकते हैं। इसके लिए आपको एक छोटा चम्मच अजवायन मिलाकर गुनगुना पानी पीना है या फिर आप एक छोटा चम्मच अजवायन खाकर गर्म पानी पी सकते हैं। अजवाल का सेवन आप काले नमक के साथ भी कर सकते हैं।


हींग में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो आपके पेट दर्द में मदद करते हैं। हींग को आप अपने खाने में इस्तेमाल कर सकते हैं, आप एक चुटकी हींग को गुनगुने पानी के साथ भी ले सकते हैं. हींग पेट की गैस और अपच को रोकता है।


जीरा पाचन तंत्र को मजबूत करता है। जीरा पेट दर्द में मददगार होता है। 2-3 ग्राम जीरा को तवे पर पीस लें और अब जीरे के इस चूर्ण को दिन में दो से तीन बार पानी के साथ खाएं या चबाएं।


अदरक और लहसुन को प्राकृतिक एंटीबायोटिक माना जाता है। अदरक और लहसुन पाचन क्रिया को मजबूत करते हैं। लहसुन में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो आपको पेट दर्द, डायरिया, गैस्ट्रिक अल्सर जैसी बीमारियों से राहत दिलाने में मदद करते हैं।


आपको अदरक और लहसुन को बराबर मात्रा में लेकर पेस्ट बनाना है और इस पेस्ट का इस्तेमाल खाना बनाते समय करना है, जिससे आपको कब्ज, डकार, पेट दर्द और गैस जैसी समस्या नहीं होती है।


टमाटर में एंटीऑक्सिडेंट, लाइकोपीन, प्रोटीन, विटामिन और वसा होते हैं। टमाटर पाचन शक्ति को मजबूत करता है। पेट के रोग दूर होते हैं टमाटर को सलाद के रूप में सेंधा नमक और काली मिर्च के साथ लेने से कब्ज दूर होती है और गैस नहीं बनती है।


जिन लोगों को एसिडिटी की समस्या है उन्हें आधा गिलास पानी में आधा गिलास कच्चा दूध मिलाकर पीना चाहिए, ठंडा दूध एसिडिटी का पुराना उपाय है। यह छाती में सूजन को भी दूर करता है।


नीम के पत्तों में एंटीबायोटिक गुण होते हैं, जो संक्रमण और कीटाणुओं को मारने में काफी मददगार होते हैं।नीम के पत्तों को पीसकर शहद में मिलाकर पीने से पेट के कीड़े खत्म हो जाते हैं।


पेट दर्द से छुटकारा पाने के लिए जटामांसी, सोंठ, आंवला और काला नमक को बराबर मात्रा में पीसकर एक-एक चम्मच दिन में तीन बार सेवन करने से पेट दर्द से निश्चित रूप से राहत मिलती है।


1. पेट दर्द, दस्त और सूजन होने पर जामुन के रस में सेंधा नमक मिलाकर पीने से रोगी को आराम मिलता है।


2. केले को भोजन के रूप में खाने से पेट के रोग दूर होते हैं।


3. प्याज को आग में गर्म करके पीसकर उसका रस निकाल लें, उसमें एक ग्राम नमक मिलाकर पीने से पेट का दर्द ठीक हो जाता है।


4. मूली पर नमक, काली मिर्च दो महीने तक रोजाना लगाने से पेट के रोग में आराम मिलता है।


5. 25 ग्राम वरपाठा का ताजा रस, 12 ग्राम शहद और आधा नींबू का रस मिलाकर सुबह-शाम सुबह-शाम सेवन करने से पेट के सभी प्रकार के रोग दूर हो जाते हैं।


6. पेट के रोगों में आंवला का सेवन लाभकारी होता है। 7. बच्चों के पेट के रोगों में प्रतिदिन सेब खाने से लाभ होता है।


7. बथुआ जड़ी बूटी खाने से पेट, लीवर, तिल्ली, गैस, अपच, कीड़े, बवासीर जैसे सभी प्रकार के रोग ठीक हो जाते हैं।


8. पेट के रोग में मसूर खाने से सभी प्रकार के पाचन रोगों में लाभ होता है।


9. सोंठ एक ग्राम, थोड़ा सा हींग और सेंधा नमक गर्म पानी के साथ लेने से पेट का दर्द ठीक हो जाता है।


10. एक गिलास पानी में एक चम्मच सोंठ और सेंधा नमक गर्म करके पीने से पेट का दर्द ठीक हो जाता है।


11. देसी घी में अदरक के टुकड़े भूनकर स्वादानुसार नमक मिलाकर दिन में दो बार खाएं। ऐसा करने से आम तौर पर पेट के सभी रोग ठीक हो जाते हैं।


Note :

किसी भी हेल्थ टिप्स को अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य ले. क्योकि आपके शरीर के अनुसार क्या उचित है या कितना उचित है वो आपके डॉक्टर के अलावा कोई बेहतर नहीं जानता


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